ऑपरेशन सिंदूर के बाद सीमा पर तनाव चरम पर, वायुसेना को मिली खुली छूट, 27 एयरपोर्ट बंद
भारतीय सेना द्वारा 6-7 मई की रात को अंजाम दिए गए ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर तनाव बेहद बढ़ गया है। इस सैन्य अभियान में भारतीय जवानों ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में स्थित 9 आतंकवादी ठिकानों को नष्ट कर दिया था। इस कार्रवाई के बाद से पाकिस्तानी सेना बौखला गई है और लगातार नियंत्रण रेखा पर गोलीबारी कर रही है।
वायुसेना को मिली कार्रवाई की खुली छूट
पाकिस्तान की ओर से जारी की जा रही इस उकसावेभरी गोलीबारी और आतंकी गतिविधियों को देखते हुए भारतीय सरकार ने वायुसेना को खुली छूट दे दी है। वायुसेना को स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि यदि कोई संदिग्ध गतिविधि दिखाई दे तो वह बिना किसी संकोच के पूरा जवाब दे और आवश्यक कार्रवाई करे। रक्षा सूत्रों के अनुसार, यह निर्णय इसीलिए लिया गया है ताकि दुश्मन की किसी भी हरकत का तुरंत और प्रभावी जवाब दिया जा सके।
पीएम मोदी और एनएसए डोभाल कर रहे हैं स्थिति पर नजर
इस गंभीर स्थिति पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल खुद नजर बनाए हुए हैं। एनएसए डोभाल बुधवार सुबह प्रधानमंत्री के आवास पहुंचे और उन्हें स्थिति की विस्तृत जानकारी दी। इसके अलावा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में एक सर्वदलीय बैठक बुलाई गई है, जिसमें सभी प्रमुख राजनीतिक दलों के नेता हिस्सा लेंगे। इस बैठक का मकसद राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मामलों पर साझा दृष्टिकोण बनाना है।
27 एयरपोर्ट अस्थायी रूप से बंद
देश में सुरक्षा के लिहाज से उत्तर और पश्चिम भारत के कुल 27 हवाई अड्डों को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है। इनमें श्रीनगर, जम्मू, चंडीगढ़, अमृतसर और लुधियाना जैसे महत्वपूर्ण एयरपोर्ट शामिल हैं। यह कदम किसी भी संभावित हवाई खतरे से बचाव और नागरिकों की सुरक्षा को प्राथमिकता देने के तहत उठाया गया है।
पाकिस्तान की भारी गोलीबारी, कई निर्दोषों की जान गई
बुधवार, 7 मई को पाकिस्तानी सेना ने जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा के पास बसे गांवों को निशाना बनाते हुए भारी गोलाबारी की। इस हमले में चार मासूम बच्चों, एक सैनिक सहित कुल 13 लोगों की मौत हो गई। यह गोलीबारी भारतीय सेना द्वारा की गई सटीक कार्रवाई के जवाब में की गई थी, जो आतंकवादियों के ठिकानों पर मिसाइलों से हमला था।
फिरोजपुर में गांवों को खाली कराया गया
सीमा पर बढ़ते खतरे को देखते हुए पंजाब के फिरोजपुर जिले के सीमावर्ती गांवों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया है। प्रशासन द्वारा राहत केंद्र बनाए गए हैं और लोगों को आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। भारतीय सेना ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तानी गोलीबारी में शामिल उनकी कई चौकियों को नष्ट कर दिया है।
स्थानीय लोगों को हो रही दिक्कतें
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, लगातार गोलीबारी की वजह से स्थानीय नागरिकों को अस्पताल पहुंचने, भोजन और पानी जैसी आवश्यक चीजों की आपूर्ति में कठिनाई हो रही है। प्रशासनिक अधिकारी और राहत दल लगातार राहत कार्य में लगे हुए हैं, लेकिन हालात अभी भी गंभीर बने हुए हैं।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वह अब आतंकवाद और सीमा पार से होने वाले हमलों को सहन नहीं करेगा। वायुसेना को कार्रवाई की खुली छूट और राजनीतिक स्तर पर एकजुटता इस बात का संकेत हैं कि भारत हर मोर्चे पर तैयार है। अब यह देखना होगा कि पाकिस्तान की ओर से हो रही इन हरकतों पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय क्या रुख अपनाता है।
