वक्फ संशोधन कानून को लेकर मुर्शिदाबाद में भड़की हिंसा, टीएमसी सरकार पर बीजेपी ने बोला हमला
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ भड़की हिंसा को लेकर राजनितिक माहौल गर्म हो गया है। बीजेपी ने इस मुद्दे पर ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस सरकार पर जोरदार हमला बोला है।
बीजेपी ने आरोप लगाया है कि ममता सरकार अल्पसंख्यकों का तुष्टिकरण कर रही है और राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा चुकी है। पार्टी ने यह भी कहा कि सरकार धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ कर रही है, जिससे राज्य में अशांति और हिंसा फ़ैल रही है।
बीजेपी के आरोपों पर टीएमसी ने बीजेपी पर पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा इस मुद्दे को राजनितिक रंग देकर राज्य में सांप्रदायिक तनाव पैदा करना चाहती है। टीएमसी ने यह भी दावा किया कि सरकार शांति बनाये रखने के लिए हर संभव कदम उठा रही है।
दरअसल वक्फ कानून में किये गए संशोधन को लेकर राज्य के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन हुए, जिनमें से कुछ हिंसक हो गए। पुलिस ने हालात पर काबू पाने के लिए भारी सुरक्षा बल तैनात किया है और कई लोगों को गिरफ्तार भी किया है।
बीजेपी सांसद ने गृहमंत्री को लिखा
पुरुलिया से बीजेपी सांसद ज्योतिर्मय सिंह महतो ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर पश्चिम बंगाल के कुछ सीमावर्ती जिलों को आर्म्ड फोर्स (स्पेशल पॉवर्स) एक्ट के तहत ‘अशांत क्षेत्र’ घोषित करने की मांग की है। ज्योतिर्मय महतो ने हिंदू समुदाय पर बार-बार हमले होने का आरोप लगाया है।13 अप्रैल को लिखे अपने पत्र में बीजेपी सांसद ने आरोप लगाया कि मुर्शिदाबाद, मालदा, नदिया और दक्षिण 24 परगना जैसे जिलों में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा की घटनाएं हुई हैं, लेकिन राज्य की तृणमूल कांग्रेस सरकार ने ‘तुष्टिकरण’ की राजनीति के कारण ‘आंखें मूंद’ ली हैं।
उन्होंने दावा किया कि हाल ही में मुर्शिदाबाद जिले में 86 से अधिक हिंदुओं के मकानों और दुकानों को लूटा गया या नष्ट कर दिया गया तथा हरगोबिंदो दास नामक व्यक्ति और उसके बेटे समेत कुछ लोगों की हत्या कर दी गई। झाउबोना गांव में पान के बागानों में आग लगा दी गई। सांसद ने कहा कि सीमावर्ती जिलों में भी इसी तरह की अशांति फैली है।
