अस्थमा होने पर क्या क्या लक्षण दिखाई देते हैं, क्या क्या सावधानी रखनी चाहिए
आज वर्ल्ड अस्थमा डे है। हर साल मई के पहले मंगलवार को वर्ल्ड अस्थमा डे मनाया जाता है। आज 6 मई को यह दिन है। इसका मकसद है लोगों को अस्थमा के बारे में अवेयर करना, इसके लक्षण, कारण और बचाव के उपाय बताना। अस्थमा एक ऐसी बीमारी है, जो धीरे-धीरे बढ़ती है। अगर समय पर इस पर ध्यान न दिया जाए, तो यह जानलेवा भी हो सकती है। आइए जानते हैं किन लक्षणों को देखकर अलर्ट हो जाना चाहिए और तुरंत टेस्ट के लिए जाना चाहिए।
अस्थमा क्या है ?
अस्थमा एक पुरानी साँस लेने की बीमारी है जिसमें श्वसन नलिकाएं सूज जाती हैं और संकुचित हो जाती हैं। इसके कारण साँस लेने में दिक्कत होती है। यह एलर्जी, पॉल्यूशन, मौसम या जेनेटिक कारणों से हो सकता है। इसलिए इसे लेकर ज्यादा अलर्ट रहने की जरूरत है।
अस्थमा के लक्षण
- साँस लेने में तकलीफ
- सीने में जकड़न या दवाब महसूस होना
- खांसी का बार बार अक्सर रात में या सुबह के समय आना
- साँस छोड़ते समय सीटी जैसी आवाज़ का आना
- थोड़ी सी मेहनत करने या चलने पर जल्दी ही थक जाना
अस्थमा में बरती जाने वाली सावधानियाँ
- ट्रिगर से बचें- धूल, धुआं, परागकण, ठंडी हवा, पालतू जानवरों के बालों और तेज गंध से बचें।
- इनहेलर का सही से उपयोग करें।
- धूम्रपान और प्रदुषण से बचें।
- व्यायाम करें लेकिन डॉक्टर की सलाह लेकर।
- फ्लू और साँस की बीमारी से बचें।
- आपातकालीन इनहेलर (रिसीवर) हमेशा अपने पास रखें।
- गंभीर लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
