ऑपरेशन सिंदूर में मारे गए 100 आतंकी, सर्वदलीय बैठक में सरकार ने साझा की जानकारी
केंद्र सरकार ने एक महत्वपूर्ण सर्वदलीय बैठक में यह बड़ा खुलासा किया है कि हाल ही में चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर के तहत लगभग 100 आतंकवादियों को मार गिराया गया है। यह कार्रवाई सीमा पार से हो रही घुसपैठ और देश के भीतर सक्रिय आतंकवादी स्लीपर सेल्स के खिलाफ की गई थी। इस ऑपरेशन को लेकर सरकार द्वारा पहली बार इतनी विस्तृत जानकारी साझा की गई है।
बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित सभी प्रमुख राजनीतिक दलों के नेता मौजूद थे। यह बैठक राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर बुलाई गई थी, जिसमें सरकार ने ऑपरेशन सिंदूर की पूरी योजना, उद्देश्य और परिणामों के बारे में जानकारी दी।
क्या था ऑपरेशन सिंदूर?
ऑपरेशन सिंदूर एक गुप्त और बहुस्तरीय सैन्य कार्रवाई थी, जिसे भारतीय सेना, राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG), और खुफिया एजेंसियों के संयुक्त सहयोग से अंजाम दिया गया। यह ऑपरेशन जम्मू-कश्मीर, पंजाब और उत्तर-पूर्वी राज्यों में सक्रिय आतंकवादी संगठनों के खिलाफ चलाया गया था। इसके अलावा, इस मिशन में उन संदिग्ध ठिकानों पर भी छापे मारे गए, जहाँ देश विरोधी गतिविधियाँ चल रही थीं।
आतंकियों के नेटवर्क पर करारा प्रहार
सरकारी सूत्रों के अनुसार, ऑपरेशन सिंदूर के दौरान लगभग 100 आतंकवादियों को मार गिराया गया, जबकि दर्जनों को गिरफ्तार किया गया है। इन आतंकियों में कुछ विदेशी नागरिक भी शामिल थे, जो पाकिस्तान और अफगानिस्तान से भारत में घुसपैठ करने की कोशिश कर रहे थे। ऑपरेशन के दौरान भारी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद, नकदी और डिजिटल सबूत भी बरामद किए गए हैं।
सर्वदलीय बैठक में विपक्ष ने की सराहना
इस बैठक में विपक्षी नेताओं ने भी इस कार्रवाई की सराहना की और सरकार से आग्रह किया कि ऐसे ऑपरेशन भविष्य में भी जारी रखे जाएं। कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, “देश की सुरक्षा सर्वोपरि है। आतंकवाद के खिलाफ हर सख्त कदम को हमारा समर्थन है।”
वहीं एनसीपी, टीएमसी, और अन्य क्षेत्रीय दलों ने भी इस ऑपरेशन को एक सकारात्मक कदम बताया। हालांकि कुछ नेताओं ने यह भी सुझाव दिया कि इस तरह के ऑपरेशनों की निष्पक्ष जांच और मानवाधिकारों का ध्यान रखना भी ज़रूरी है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मिली सराहना
ऑपरेशन सिंदूर की सफलता की जानकारी मिलने के बाद अमेरिका, फ्रांस और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों ने भी भारत की इस निर्णायक कार्रवाई की तारीफ की है। इन देशों ने भारत के आतंकवाद के खिलाफ मजबूत रुख को सराहा और सहयोग की प्रतिबद्धता दोहराई।
आगे की रणनीति
बैठक में यह भी बताया गया कि भविष्य में ऐसे ऑपरेशन और तेज़ी से चलाए जाएंगे, ताकि देश के भीतर और सीमाओं पर किसी भी प्रकार की आतंकी गतिविधि को समय रहते रोका जा सके। सरकार ने यह भी कहा कि आतंकवाद से कोई समझौता नहीं किया जाएगा और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी जानकारी समय-समय पर साझा की जाएगी।
ऑपरेशन सिंदूर की सफलता ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि भारत अब आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख अपनाए हुए है। यह ऑपरेशन न सिर्फ सैन्य रूप से बल्कि राजनीतिक और रणनीतिक दृष्टिकोण से भी बेहद अहम माना जा रहा है।
