ऑपरेशन सिंदूर के बाद सर्वदलीय बैठक में असदुद्दीन ओवैसी ने की सेना की सराहना, टीआरएफ पर वैश्विक कार्रवाई की मांग
भारतीय सेना द्वारा 6-7 मई की रात को की गई साहसिक सैन्य कार्रवाई ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद राजनीतिक हलकों में हलचल देखी गई। इस कार्रवाई में सेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में घुसकर आतंकियों के नौ ठिकानों को ध्वस्त कर दिया। इस मिशन को सफलतापूर्वक अंजाम देने के बाद बुधवार, 8 मई को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में एक सर्वदलीय बैठक आयोजित की गई।
इस अहम बैठक में सभी प्रमुख राजनीतिक दलों के नेताओं को ऑपरेशन की जानकारी दी गई। बैठक में शामिल एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने इस सैन्य कार्रवाई की खुलकर सराहना की और सरकार को आतंकवाद के खिलाफ और सख्त कदम उठाने की सलाह दी।
टीआरएफ के खिलाफ वैश्विक अभियान चलाने की अपील
ओवैसी ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ केवल सैन्य कार्रवाई ही काफी नहीं है, बल्कि आर्थिक और कूटनीतिक स्तर पर भी कड़ा रुख अपनाना जरूरी है। उन्होंने सुझाव दिया कि भारत को टीआरएफ जैसे संगठनों के खिलाफ वैश्विक अभियान छेड़ना चाहिए और अमेरिका से आग्रह करना चाहिए कि वह टीआरएफ को आतंकवादी संगठन घोषित करे।
टीआरएफ हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए 2025 के आतंकी हमले की जिम्मेदारी ले चुका है, जिसमें 26 मासूम नागरिकों की जान चली गई थी। यह संगठन लश्कर-ए-तैयबा और हिज़्बुल मुजाहिदीन जैसे पाकिस्तान आधारित आतंकी संगठनों से जुड़ा हुआ है।
एफएटीएफ ग्रे लिस्ट में पाकिस्तान को फिर डालने की मांग
ओवैसी ने सरकार से यह भी मांग की कि वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रयास करे ताकि पाकिस्तान को फिर से एफएटीएफ (फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स) की ग्रे लिस्ट में डाला जा सके। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान लगातार आतंकी संगठनों को पनाह देता रहा है, और ऐसे में उसे आर्थिक दंड देना जरूरी है ताकि वह अपनी नीतियों पर पुनर्विचार करे।
फरवरी में आया था हाफिज सईद के बेटे का भड़काऊ बयान
ओवैसी ने मीडिया से बातचीत में एक और चौंकाने वाली जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि फरवरी 2025 में हाफिज सईद के बेटे, हाफिज अब्दुल रऊफ ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में एक सार्वजनिक बयान दिया था, जिसमें उसने कहा था कि “2025 में हम पूरे साल जिहाद करेंगे।” ओवैसी ने कहा कि यह बयान इस बात का सबूत है कि पाकिस्तान की धरती से भारत के खिलाफ लगातार साजिशें रची जा रही हैं।
अमेरिका और ब्रिटेन से कार्रवाई की अपील
एआईएमआईएम नेता ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से खास तौर पर अमेरिका और ब्रिटेन से अपील की कि वे टीआरएफ और अन्य आतंकी संगठनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि भारत में शांति बनाए रखने के लिए केवल घरेलू उपाय काफी नहीं होंगे, बल्कि वैश्विक स्तर पर आतंक के खिलाफ एकजुटता जरूरी है।
ऑपरेशन सिंदूर की सफलता ने भारत की आतंकवाद विरोधी नीति को और मजबूत किया है। विपक्षी दलों द्वारा भी सेना और सरकार की प्रशंसा एक सकारात्मक संकेत है कि जब बात राष्ट्रीय सुरक्षा की होती है, तो राजनीतिक मतभेद पीछे रह जाते हैं। असदुद्दीन ओवैसी की यह अपील इस बात का संकेत है कि अब आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक स्तर पर मिलकर कठोर कदम उठाने की ज़रूरत है।
