भारत के सटीक हमलों से बौखलाया पाकिस्तान, पीएम मोदी ने दी सतर्कता बढ़ाने की हिदायत
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने आतंकियों के खिलाफ जबरदस्त सैन्य कार्रवाई की। इसके जवाब में पाकिस्तान अब बौखलाहट में भारत पर ड्रोन और मिसाइल से हमले की नाकाम कोशिशें कर रहा है। सीमा पार से हो रही इन उकसावे वाली गतिविधियों के बीच केंद्र सरकार पूरी तरह सतर्क है और किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए व्यापक तैयारी कर चुकी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस संकट की घड़ी में सभी सरकारी विभागों को विशेष निर्देश दिए हैं कि वे आवश्यक वस्तुओं की कीमतों पर कड़ी नजर रखें और किसी भी तरह की अफवाह या झूठी खबरों (फेक न्यूज़) पर तत्काल कार्रवाई करें। पीएम मोदी ने यह निर्देश केंद्र सरकार की मंगलवार को आयोजित कैबिनेट बैठक में दिए, जो सुरक्षा और आपूर्ति व्यवस्था से जुड़े मुद्दों पर केंद्रित थी।
सुरक्षा और आपूर्ति पर विशेष जोर
बैठक में मौजूद सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री ने यह स्पष्ट कर दिया कि यह स्थिति की शुरुआत है और सरकार को भविष्य की किसी भी चुनौती के लिए पूरी तरह तैयार रहना होगा। उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी संकट के समय सभी मंत्रियों को अपनी जिम्मेदारियों को समझकर तत्परता से काम करना होगा।
उदाहरण के तौर पर, बुनियादी ढांचे से संबंधित मंत्रालयों को यह जिम्मेदारी दी गई है कि वे पुलों, सड़क मार्गों और विद्युत प्रणालियों को दुरुस्त और सुरक्षित बनाए रखें ताकि वस्तुओं और लोगों की निर्बाध आवाजाही बनी रहे। विशेष रूप से देश के पश्चिमी तटीय बंदरगाहों की सुरक्षा को और मजबूत किया गया है ताकि समुद्री मार्ग से होने वाली आपूर्ति पर कोई असर न पड़े।
आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति और नियंत्रण
सरकार ने यह भी आश्वासन दिया है कि आवश्यक वस्तुओं जैसे दालें, खाद्य तेल और अन्य रोजमर्रा के सामान की पर्याप्त उपलब्धता बनी हुई है और यदि कोई आपात स्थिति उत्पन्न होती है तो उसे भी कुशलता से नियंत्रित किया जाएगा। केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों और स्थानीय प्रशासन से भी कहा है कि वे अपने-अपने स्तर पर आपूर्ति शृंखला की निगरानी करें और जनता में किसी तरह की अफवाह न फैलने दें।
पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर सटीक प्रहार
गौरतलब है कि भारत ने 7 मई को “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में मौजूद नौ आतंकवादी ठिकानों को सफलतापूर्वक निशाना बनाकर तबाह कर दिया था। यह कार्रवाई पहलगाम हमले के जवाब में की गई थी, जिसमें 26 निर्दोष लोगों की जान गई थी, जिनमें से अधिकांश पर्यटक थे।
यह ऑपरेशन भारतीय सेना के तीनों अंगों — थल सेना, वायु सेना और नौसेना — की संयुक्त कार्रवाई का हिस्सा था। विशेषज्ञों के अनुसार, 1971 के युद्ध के बाद यह पहली बार था जब भारत ने इस स्तर पर तीनों सैन्य अंगों के साथ एक समन्वित हमला किया।
सरकार की सख्ती और तैयारी
इन घटनाओं के बाद पीएम मोदी ने राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर सभी स्तरों पर सतर्कता बढ़ाने का निर्देश दिया है। फेक न्यूज पर सख्ती, आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता, और इंफ्रास्ट्रक्चर की मजबूती जैसे कदम यह दर्शाते हैं कि सरकार युद्ध जैसे हालात के दौरान भी जनता की जरूरतों को प्राथमिकता दे रही है।
भारत ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वह अपनी सीमाओं और नागरिकों की सुरक्षा को लेकर कोई समझौता नहीं करेगा। वहीं पाकिस्तान की तरफ से हो रही हरकतें उसकी बौखलाहट और आतंकी संगठनों के साथ उसकी साठगांठ को दर्शाती हैं।
