दिल्ली की नार्थ-ईस्ट सीट पर मुकबला हुआ रोचक, आमने सामने मनोज तिवारी और कन्हैया कुमार
कांग्रेस ने दिल्ली की नार्थ-ईस्ट सीट से कन्हैया कुमार को चुनावी मैदान में उतारा है। लोकसभा के इस चुनाव में कन्हैया कुमार का मुकाबला बीजेपी नेता और भोजपुरी फिल्म स्टार मनोज तिवारी से है। मनोज तिवारी इस सीट से दो बार सांसद का चुनाव जीत चुके हैं। सूत्रों की माने तो इस सीट से दिल्ली कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन राहुल गाँधी ने खुद कन्हैया कुमार की पैरवी की है। सांप्रदायिक ध्रुवीकरण वाला नार्थ-ईस्ट दिल्ली संसदीय इलाका अपनी चुनौतियों के साथ एक चुनावी हॉटस्पॉट रहा है। ऐसे में दो बड़े चेहरों के मैदान में उतरने से यह देखना दिलचस्प होगा कि कौन बाजी मारता है।
नार्थ ईस्ट की सीट को पूरे भारतवर्ष का सबसे सघन आबादी वाला इलाका माना जाता है और यहां सबसे ज्यादा आबादी पूर्वांचल के लोगों की है। इस लोकसभा सीट में कई ऐसी अनधिकृत कॉलोनियां हैं जहां पर अलग-अलग राज्यों से प्रवासी लोग बसे हुए हैं। वहीं नार्थ-ईस्ट दिल्ली की सीमा यूपी से लगने के कारण यहां मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश, बिहार और हरियाणा की प्रवासी आबादी शामिल है।
दिल्ली का सबसे बड़ा जिला
नार्थ-ईस्ट दिल्ली का सबसे बड़ा इलाका है। इस इलाके में 10 विधानसभा सीटें आती हैं। जिसमें बुराड़ी, तिमारपुर, सीलमपुर, घोंडा, बाबरपुर, गोकलपुर, सीमापुरी, रोहतास नगर, मुस्तफाबाद और करावल नगर शामिल है। इस सीट की खासियत यही है कि यहां कई अलग अलग समुदायों की आबादी निवास करती है। जिसमे लगभग 16.3 फीसदी अनुसूचित जाति, 11.61 फीसदी ब्राह्मण, 20.74 फीसदी मुस्लिम, 4.68 फीसदी वैश्य, 4 प्रतिशत पंजाबी, 7.57 प्रतिशत गुर्जर और 21.75 फीसदी ओबीसी समुदाय के लोग हैं।
2019 के लोकसभा चुनाव
2019 में हुए लोकसभा चुनाव में इस इलाके में बीजेपी का रुख मजबूत दिखा था। बीजेपी के प्रत्याशी मनोज तिवारी को 2019 के लोकसभा में 53.86 फीसदी वोट मिले थे। जबकि कांग्रेस की प्रत्याशी शीला दीक्षित को 28.83 फीसदी वोट मिले थे और आप के प्रत्याशी को 13.05 फीसदी ही वोट मिले थे।
