पश्चिमी सीमा पर पाकिस्तानी हमलों को भारतीय सेना ने किया नाकाम, ऑपरेशन सिंदूर के तहत दिया सख्त जवाब
भारतीय सेना ने जानकारी दी है कि गुरुवार और शुक्रवार (8-9 मई 2025) की रात पाकिस्तान की ओर से किए गए कई हमलों को विफल कर दिया गया। सेना के अनुसार, पाकिस्तानी सशस्त्र बलों ने पूरी पश्चिमी सीमा पर ड्रोन और अन्य हथियारों का उपयोग करते हुए हमले किए। इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (LoC) पर भी कई बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया गया। सेना ने यह भी बताया कि इन सभी प्रयासों का मुंहतोड़ जवाब दिया गया है।
भारतीय सेना ने शुक्रवार को सोशल मीडिया मंच एक्स (पहले ट्विटर) पर इस घटना की जानकारी साझा की और बताया कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत इन हमलों का सख्ती से जवाब दिया गया। सेना ने लिखा, “पाकिस्तानी सशस्त्र बलों ने 8 और 9 मई की दरम्यानी रात को ड्रोन और हथियारों की मदद से पश्चिमी सीमा पर कई जगहों पर हमले किए। इसके अलावा नियंत्रण रेखा पर भी संघर्ष विराम समझौते का उल्लंघन किया गया। भारतीय सेना ने इन सभी हरकतों को प्रभावी ढंग से विफल किया।”
पोस्ट में एक छोटा वीडियो भी साझा किया गया, जिसमें सेना की कार्रवाई की झलक दिखाई गई है। सेना ने यह भी कहा कि भारत की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए हर आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। सेना ने स्पष्ट किया कि देश के खिलाफ किसी भी प्रकार की नापाक साजिश का सख्त और जोरदार जवाब दिया जाएगा।
यह घटनाक्रम ऐसे समय पर हुआ है जब भारतीय सेना ने हाल ही में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत बड़ी कार्रवाई की थी। 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम इलाके में हुए आतंकी हमले के जवाब में, भारतीय सशस्त्र बलों ने 8 मई को पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में नौ आतंकवादी ठिकानों पर सटीक मिसाइल हमले किए थे। इन हमलों में आतंकवादियों को निशाना बनाया गया था।
ड्रोन और मिसाइल हमलों को किया असफल
इसके अलावा, रक्षा मंत्रालय ने भी गुरुवार को एक बयान जारी कर बताया कि पाकिस्तान द्वारा जम्मू-कश्मीर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर किए गए ड्रोन और मिसाइल हमलों को असफल कर दिया गया है। जम्मू, पठानकोट और उधमपुर स्थित भारतीय सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की गई थी, लेकिन समय पर प्रतिक्रिया देकर खतरे को टाल दिया गया।
मंत्रालय ने बताया कि इन खतरों का मुकाबला करने के लिए ‘काइनेटिक’ (यानी हथियारों से संबंधित) और ‘नॉन-काइनेटिक’ (जैसे इलेक्ट्रॉनिक या साइबर तकनीकों) दोनों प्रकार की क्षमताओं का उपयोग किया गया। निर्धारित मानक संचालन प्रक्रियाओं के तहत तुरंत कार्रवाई करते हुए सभी हमलों को निष्क्रिय किया गया।
भारतीय सेना ने एक बार फिर यह स्पष्ट कर दिया है कि देश की सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा। सेना ने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि भविष्य में कोई उकसावे वाली कार्रवाई की गई, तो उसका भी जोरदार जवाब दिया जाएगा।
